THE WORST ANIMAL(HUMAN)-15
रंजना ने एक बार खुद को देखा जो बिना कपड़ों में सिर्फ एक कंबल से ढकी हुई थी खुद को ऐसे देखते ही उसके कल की काली रात याद आ गई । वह खड़ी होकर अपने कपड़े उठाने लगी जो नीचे पड़े हुए थे तभी उसके शरीर पर पुलिस वाले के काटने के निशान दिखे एक बार फिर से उसकी आंखों से आंसू निकल गए। उसने अपने कपड़े पहने और साहिल को अच्छे से सुधाकर नहाने चली गई।
नहाकर उसने भगवान की पूजा की फिर तैयार होकर उसने साहिल के लिए नाश्ता बनाया फिर साहिल को उठाया । साहिल भी तैयार होकर नाश्ता करने बैठा । साहिल बिल्कुल नॉर्मल लग रहा था कल जो हुआ था उस बारे में कुछ भी बात नहीं कर रहा था और रंजना ने भी इस बारे में बात करने की नहीं सोची। दोनों बैठ कर नाश्ता किया और रंजना साहिल को स्कूल छोड़ने चली गई ।
रंजना साहिल को छोड़कर वापस घर आ रही थी तभी मोहल्ले वाली कुछ औरते उसे देख कर बाते करने लगी। वो आपस में बाते कर रही थी की यह कैसी औरत है पहले इसका पति मर गया और फिर इसकी बेटी किसी के साथ भाग गई। फिर भी कितनी खुश रहती है जरूर इसका किसी के साथ चक्कर चल रहा होगा। तभी इसे किसी चीज की टेंशन नहीं है।
उसके दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था बहुत परेशान हो चुकी थी अपनी जिंदगी से । पहले उसकी जिंदगी ने उसके पति को छीना । घर वाले भी कोई साथ नहीं दे रहे थे पैसों की दिक्कत पति के इलाज के लिए लोगों से कुछ पैसे भी लिए थे। सोचा था जब वह ठीक हो जाएंगे तब पैसे तो चुका देंगे पर वह छोड़ कर चले गए ।
अब घर वाले भी उनका बिल्कुल भी सपोर्ट नहीं कर रहे हैं उनकी हालत खराब हो चुकी है कि क्या करें उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा है। फिर जिंदगी ने उसको एक और गम दिया उसकी बेटी का कुछ पता नहीं उसे अपनी बेटी पर पूरा भरोसा है कि वह किसी के साथ भाग नहीं सकती। जैसा सभी लोग बोल रहे हैं कि वह किसी साथ भाग गई होगी पर उसे अपनी बेटी पर पूरा भरोसा है।
वह पुलिस के पास भी गई थीं पर पुलिस ने उसका साथ नहीं दिया उल्टा वह तो उसकी बेटी को ही गलत ठहरा रही थी। वह पुलिस वाला उसके साथ जो कर रहा था वह बहुत गलत है अब वह ऐसे जीना नहीं चाहती अगर यह बात किसी को बाहर पता चल गई तो वह किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं बचेगी इसलिए उसने सोचा कि वह सुसाइड कर लेगी यही सही रहेगा कि वह घर जाकर आत्महत्या कर लेगी जिससे उस पुलिस वाले से छुटकारा मिल जाएगा।
वह घर जाकर अपने कमरे में जाती है अपनी साड़ी को पंखे से बाधती है और एक टेबल लगाकर उसके ऊपर चढ़ जाती है फंदा अपने गले में डालती है। वह मरना चाहती है तभी उसे किसी की आवाज सुनाई देती है वह बोल रहा था तुम इतनी कमजोर तो थी नहीं फिर आज ऐसे कैसे हार मान रही हो । जब पूरी दुनिया हमारे खिलाफ थी तब भी तुम लड़ रही थी सभी से यहां तक कि अपने घरवालों से लड़ रही थी फिर आज इनका कमजोर क्यों महसूस कर रही हो खुद को।
जिससे मैं प्यार करता था वह ऐसी बिल्कुल भी नहीं थी वह हमेशा गलत के खिलाफ बोलती थी। वह लड़की ऐसी कायर कभी नहीं थी कि वह खुद की जान खुद ले लेगी और तुम ऐसा कैसे कर सकती हो तुम मर जाओगी तो साहिल का क्या होगा उसे कौन संभालेगा तुम्हारे अलावा उसका दुनिया में कौन है।
रंजना को अपनी गलती का एहसास होता है और वह वापस टेबल से नीचे उतरती है और अपने पति की तस्वीर को अपने सीने से लगा कर घंटो रोती रहती है यह आवाज उसके पति की थी जो सिर्फ उसे सुनाई दे रही थी वह भी जानती थी साहिल का उसके अलावा कोई नहीं है।
रंजना और विवेक की लव मैरिज हुई थी दोनों ही कॉलेज टाइम से एक दूसरे को पसंद करते थे और शादी करना चाहते थे। पर दोनों की जाति अलग थी इस वजह से दोनों के ही परिवार मान नहीं रहे थे दोनों ने भाग कर शादी की जिससे दोनों के ही परिवार वाले इनसे गुस्सा हो गए थे। दोनों जयपुर आकर रहने लगे रंजना सीकर से थी तो विवेक अलवर से था ।और दोनों जयपुर में ही कॉलेज में एक साथ पढ़ते थे ।
इससे दोनों को प्यार हुआ था इनकी शादी को 1 साल हो गया था फिर एक दिन विवेक को पता चला रंजना पेट से हैं । 1 साल में ना तो रंजना के घर वालों ने बात की ना विवेक के घर वालों ने बात की। जैसे ही पता चला रंजना पेट से हैं विवेक ने अपने घर पर कॉल करके बताया बहुत मनाने के बाद वह लोग मारने पर उनकी एक शर्त थी कि हम इस लड़की को तभी अपनाएंगे जब इस लड़की को लड़का होगा । अगर लड़का नहीं हुआ तो हम उस लड़की को कभी नहीं अपनाएंगे और हम तुम्हारी शादी कहीं और करवाएंगे।
समय अपनी गति से चलता रहा और वह दिन भी आ गया जब रंजना की डिलीवरी थी रंजना को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। इस समय यहां रंजना के घर से कोई नहीं था विवेक से घर से उसके पापा और उसकी मम्मी आई थी। जब डॉक्टर ने बाहर आकर बताया कि रंजना को लड़की हुई है तब विवेक के मम्मी पापा बोले लड़की ने एक लड़की को जन्म दिया विवेक एक ही रास्ता है या तो उस लड़की का साथ रहो या हमारे साथ रहो।
अगर हमारे साथ रहना है तो यह लड़की और उसकी बेटी हमारे साथ कभी नहीं आएगी ना हमारे घर में रहेगी। फैसला तुम्हारा होगा विवेक उस दिन अपने मम्मी पापा के सामने हाथ जोड़े उनके पैर पकड़े बहुत रोया और वह दोनों नहीं माने उनके सामने मिन्नतें करने लगा कि वह उसके साथ ऐसा नहीं कर सकते अभी उसकी वाइफ हॉस्पिटल में एडमिट है अभी उसको बेटी हुई है और वह उन्हें कैसे छोड़ दे पर वह दोनो नहीं मानते है तो विवेक को गुस्सा आ गया और उसने अपने मम्मी पापा को वहां से जाने के लिए बोल दिया ।
आज विवेक ने अपने मम्मी पापा को खो दिया था वह बहुत देर तक बाहर बैठकर रोता रहा और जब नर्स ने आगे कहा कि आपकी पत्नी आपको अंदर बुला रही है तो उसने खुद को सही किया और मुंह साफ कर अंदर चला गया उसने अपनी बेटी को गोद में लिया और उसकी का चेहरा देख कर उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई। वह उसे देखकर बोला आज हमारे घर में प्रिंसेस आई है आज से मैं राजा बन गया और रंजना को देख कर बोला और तुम मेरी रानी बन गई।
तभी से यह लोग अलग रह रहे थे वापस कभी उस दिन के बाद विवेक ने अपने घर वालों से बात नहीं की और रंजना के घर वालों ने तो पहले ही उसे छोड़ दिया था। कुछ साल बाद साहिल भी उनकी जिंदगी में आया सब कुछ सही से चल रहा था पर 1 दिन विवेक corona की चपेट में आ गया । तब रंजना ने विवेक के घर वालों से बात की थी कि विवेक को कोरोना हो गया है पैसों की जरूरत है इलाज नहीं हो पा रहा है पर किसी ने उसकी मदद नहीं की उसने अपने घर पर भी मदद मांगी पर उन्होंने भी मदद करने से साफ इनकार कर दिया आखिर में उसने लोगों से पैसे लिए इलाज के लिए पर विवेक को बचा नहीं सके।
अब उन लोगों का रोज का हो गया था वह पैसे लेने के लिए आए दिन घर पर आया करते थे और गाली गलौज करते थे पर रंजना करती भी किया छोटी-मोटी नौकरी कर रही थी जिससे पैसा आता साहिल के स्कूल में और घर चलाने में चला जाता वह बहुत परेशान हो चुकी थी
अब वो पुलिस वाला भी उन दोनों को बहुत परेशान कर रहा था पर वह करती भी तो क्या करती किसे अपनी परेशनी बताती।
रंजना दोपहर के टाइम साहिल को स्कूल से लेने के लिए जाती है वह स्कूल के बाहर उसका इंतजार कर रही होती है धूप बहुत तेज होती है उसे बहुत पसीना आ रहा था वह अपने दुपट्टे से बार-बार अपने चेहरे को पोंछ रही थी।
उसी स्कूल के बाहर एक आदमी अपनी कार में बैठा हुआ होता है वह अपने बच्ची का इंतजार कर रहा होता। स्कूल के बाहर कब से रंजना को देख रहा होता है। वह अपनी गाड़ी से बाहर निकलता है और पास वाले एक जूस वाले से दो गिलास गन्ने का जूस लेकर वह रंजना के पास आता हैं और अंजना को देते हुए बोता है गर्मी बहुत है पी लीजिए ।
रंजना उस अनजान शख्स को देख कर बोलती है नहीं जी मैं ठीक हूं मुझे इसकी कोई जरूरत नहीं है। थैंक्यू वहां से जाने लगती है तो वह आदमी वापस बोलता है आप शायद मुझे पहचानती नहीं है मेरी बच्ची भी इसी स्कूल में पढ़ती है और आपके बच्चे का नाम साहिल है। मैंने पहले भी आपको बहुत बार देखा है आप डेली यहां आती है और दूर खड़ी रहती है आप उस ज्यूस वाले को देखती है पर कभी पीती नहीं इसकी वजह जान सकता हूं।
रंजना बोलती है मैं आपको नहीं जानती तो मैं आपको इसकी वजह क्यों बताओ वह आदमी वापस बोलता है इंसानियत के नाते ही बता दीजिए। रंजना कुछ देर सोच कर बोलती है मेरे पास इतने पैसे नहीं है कि मैं इन ज्यूस वगैरह में खर्च करूं जितना कमाती हूं उतना घर चलाने में और बच्चे की फीस भरने में चला जाता इसलिए मैं फालतू खर्चा कम करती हूं और कुछ जानना है आपको हमारे बारे में वह आदमी रंजना की तरफ ज्युस का गिलास बढ़ाते हुए बोला अच्छी बात है पर यह तो हमारी तरफ से यह तो पी सकती है आप।
वह बोली मैं इसको नहीं ले सकती मुझे इसकी कोई जरूरत नहीं है अब आप यहां से जा सकते हैं आदमी वापस बोलता है जब तक आप नहीं पीती मैं यहां से जाऊंगा नहीं। वह उसके हाथ से गिलास लेती है और एक ही सांस में पूरी गिलास खाली कर देती है तो वह आदमी वहां से चला जाता है।
आदमी अपनी कार के पास जाकर खड़ा हो जाता है ज्यूस पीते हुए वह रंजना को देख रहा है । रंजना स्कूल के गेट को देख रही थी। रंजना के चेहरे पर एक अजीब सी उदासी छाई हुई थी ना के बराबर मेकअप गले में कुछ नहीं हाथों में 1- 1 थोड़ी नॉर्मल चूड़ी, सलवार सूट पहना हुआ था और साधारण से कपड़े थे पर उस आदमी को देखकर लग रहा था वह बहुत पैसे वाला था उसकी पीछे खड़ी बीएमडब्ल्यू हाथों में महंगी घड़ी महंगे सूट पहना हुआ था उसने और आंखों पर एक महंगा चश्मा लगा हुआ था।
15 मिनट बाद स्कूल की छुट्टी हुई सभी बच्चे बाहर आने लगे थे कुछ देर बाद साहिल भी आ गया वह भागकर अपनी मां के गले लगा उधर उस आदमी की भी बेटी बाहर आई और वह उसे अपनी गाड़ी में बैठा ने लगा। रंजना ने एक बार उसे देखा उस आदमी ने भी रंजना को देखा फिर आदमी गाड़ी में बैठ कर गाड़ी चालू कर दी एक दोनों ही अपनी-अपनी दिशा में चले गए।
कमश:
।। जयसियाराम ।।
vishalramawat"सुकून"(जाना)
Natasha
05-Apr-2023 12:16 PM
Nice
Reply
वानी
03-Feb-2023 11:03 PM
nice
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सृष्टि सुमन
03-Feb-2023 05:06 PM
Nice
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